सिर दर्द से छुटकारा पाने के तीन तरीके
सिर दर्द एक सामाजिक समस्या है, यह हर एक को कभी न कभी महसूस जरूर होता है. ज्यादातर लोग सोचते हैं कि आज के हालात में शायद करोना बीमारी के कारण हो रहा है या ज्यादा घर बैठे रहने कारण हो रहा है इत्यादि । जब सिर दर्द होता है तो ज्यादातर देखा गया है कि लोग तुरंत दर्द निवारक दवा खा लेते हैं, यह तरीका गलत है करना ये चाहिए की सिर दर्द क्यों हो रहा है, इसके कारणों की जानकारी हासिल करने की कोशिश करनी चाहिए,
खास तौर से उस हालात में जब यह महसूस हो कि उन्हें एक ही तरह का सिर दर्द बार-बार क्यों
हो रहा है. जिसको दर्द होता है वही यह बता
सकता है कि उसे किस तरह का सिर दर्द हो रहा है। जैसे कि अगर चेहरे और माथे में दर्द
हो रहा है तो यह साइनस से संबंधित सिर दर्द
की निशानी है यदि कपाल में दर्द हो रहा है तो ये
एक दूसरे तरह के सिर दर्द की निशानी
है इत्यादि। कई अनेक कारण होते हैं. कई तरह के सिर दर्द vasidilation के कारण होते हैं वासोदिलशन का
मतलब है मस्तिष्क के पास के रक्त वाहिनियों का चौड़ा होना जो
संवेदनशील रिसोर्सेज को फैलाता और सिर दर्द के रूप में हमारे सामने आता है । ये जानना
जरूरी है कि सिर दर्द क्यों हो रहा है रक्त मस्तिष्क के ऊतकों के लिए खतरनाक
विषैला होता है, इसलिए मानव शरीर की व्यवस्था में रक्त की नलियों को मस्तिष्क से दूर रखा गया है। यदि रक्त वाहनियाँ
लीक हो जाती हैं , तो रक्त के निकलने से उसके ऊतकों के साथ मिल जाने कारण मानव की मृत्यु हो जाती
है, रक्त वाहनियाँ जब फैलती हैं तो ये मस्तिष्क को सिग्नल भेजती हैं जो हमें सिर दर्द के रूप में महसूस होता है साफ और फाइनल शब्दों में कहा जा सकता है कि सिर दर्द एक
चेतावनी है आगे आने वाले ख़तरों के सम्बन्ध
में ।
1)सिर से अलग हटके सोचो
हमें सोचना है की सिर दर्द कहां से पैदा हुआ है किस कारण से पैदा हुआ क्यों पैदा हुआ। सिर दर्द कभी कभी हमारे व्यवहार से पैदा होता है और कभी कभी हमारे शरीर से पैदा होता है, और दुसरे तरफ से सिर दर्द हमारे शरीर और ब्यवहार दोनों को प्रभावित करता है । वास्तव में यदि हम सिर दर्द को अपने कपाल से अलग करके देखेँगे तो हम इसके कारण को या हम इसे कैसे कम कर सकते हैं को कभी समझ नहीं पाएंगे , जो लोग माइग्रेन के शिकार हैं वो इसे अच्छी तरह से जानते हैं,वे उनके दवारा लिए जाने वाले भोजन उनकी गतिविधियों और मौसमके प्रभाव इत्यादि को अच्छी तरह से ट्रैक कर रहे होते हैं, ये पता लगाने के लिए की उनको क्या ट्रिगर करता है। तनाव का सिर दर्द तो ऐसा सिर दर्द है जो की अपने दर्द के कारणों के अनुरूप कम होते हैं जैसे की हम काम के तनाव के कारण या बड़ी चोट से उभरने के कारण तनाव या और भी। तनाव सिर और गर्दन के आसपास की मांसपेशियों में जोप्रेस्टाग्लैंडीन और नाइट्रिकऑक्साईड से युक्त एक रजिस्टेंस पैदा करता है और दोनों रसायन रक्तवाहनियों को चौड़ा करने का काम करता हैं, ये रसायन ट्राइजेमिनल तंत्रिका को सक्रिय करतीहैं ,जो की कपाल नसों को जटिल बनाने और चेहरे में सनसनी फ़ैलाने के लिए जिम्मेदार हैं ,बहुत सा काम लेना बिना समय के काम करना इत्यादि। ये सब ऐसी चीजें हैं जो की तनाव सिरदर्द को पैदा करने के लिए जिम्मेदार हैं। ख़राब तरीके से बैठना जो की गर्दन में तनाव और बाद में सिरदर्द का कारण बनती है.
2)दर्द को समझो
यदि हमारे पैर में दर्द है तो हम घर पर आराम करने लगते हैं आगे की चलने फिरने वाली गतिविधियों को रोक देते हैं, क्योंकि हम यह जानते हैं यह यदि आगे की गतिविधियां जारी रहेगी तो यह हमारे पैर के दर्द को घटा देगा लेकिन अगर हमें सिर दर्द हो रहा है तो एक पेन किलर लेकर आगे की गतिविधियों को जारी रखते हैं, यह पता लगाने की कोशिश नहीं करेंगे कि सिर दर्द क्यों हो रहा है जबकि सिर दर्द यह चेतावनी दे रहा होता है कि कहीं तो कुछ गड़बड़ जरूर है।दर्द निवारक गोलियां हमारे इस दर्द को कम तो कर देंगी लेकिन यदि हम इसके कारणों का पता नहीं लगाएंगे तो दर्द फिर से होगा दर्द निरोधक गोलियां हमारे शरीर में होने वाले रोगों से लड़ने वाली जो शक्तियां होती है उन्हें कम कर देती हैं।
जब हम तनाव से मुक्त होने के लिए या आराम करने के लिए शराब का सेवन करते हैं तो यह शराब हमें निर्जलीकरण के तरफ ले जाती है, हमारा मस्तिष्क 70% से अधिक पानी से बना है जब हमारे गुर्दों को शराब या नमक या मसालों को पतला करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है तो पानी मस्तिष्क से ही आता है इस तरह मस्तिष्क पानी को खो देता है और सिकुड़ जाता है और सिर दर्द को जन्म देता है।
3)प्राकृतिक दर्द निवारक दवा का प्रयोग करें
यह अच्छी तरह से समझना चाहिए कि सिरदर्द कुछ बताने की कोशिश कर रहा है, सिर दर्द यदि होता है तो अपने आप को यह समझाइए कि वह प्राकृतिक दर्द निवारक दवाओं को प्रयोग करने की कोशिश करें और उसके साथ खुशियों से जुड़ी चीजों की तरफ़ अपने आप को झुकाए जैसे की कॉमेडी फिल्में देखें इत्यादि, और हंसमुख दोस्तों के साथ जुड़े अपने संगिनी या पत्नी के साथ जुड़े। यह सब आपके खुशी से जुड़े न्यूरोकेमिकल जैसे कि सेरोटोनिन , ऑक्सोटोसिन , डोपामाइन को बढ़ावा देगा और उस हारमोंस को कम करेगा जो आपके तनाव के समय में थे।
THANK YOU
Plz read my other blogs also
No comments:
Post a Comment